आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री पर नियुक्ति के मामले में खुलासा हुआ है।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 में MSc की फर्जी डिग्री के आधार पर महाविद्यालय निरीक्षक के पद पर नियुक्त अजय प्रताप के मामले में बिहार के राज्यपाल सचिवालय के द्वारा कराए गए जाँच में पाया गया की अजय प्रताप फर्जी डिग्री के आधार पर नियुक्त हुए थे।
विदित हो की फर्जी डिग्री पाए जाने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने जक्कनपुर थाना में FIR दर्ज भी कराया था और पुलिस ने अजय प्रताप को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वे जमानत पर हैं। उम्मीद है कि फर्जी डिग्री पर नौकरी करने के जुर्म में जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। इस मामले के संज्ञान में आने के बाद वेतन मद में करोड़ों रुपये की भुगतान राशि की भी वसूली होनी तय मानी जा रही है।